शुक्रवार, 1 अप्रैल 2011

ufffff...! ये Facebook

मेरे एक मित्र हैं फेसबुक के बहुत बड़े फैन हैं। हालत यह है कि सुबह फेसबुक, शाम फेसबुक, दो‍पहर फेसबुक, रात फेसबुक, फेसबुक, फेसबुक और फेसबुक। फोन करो तो, यार फेसबुक पर आओ वहीं चैट कर लेते हैं। कहने को बैचलर हैं लेकिन अगर शादियां फेसबुक पर होने लगती तो अब तक रावण और कृष्ण भगवान की सैकड़ों बीवियां होने का रिकॉर्ड टूट गया होता।
बेचारे आजकल बड़े परेशान हैं। फेसबुक में कुछ अगड़म बगड़म हो गया है। उनके फेसबुक खाते में कुछ तकनीकी दिक्क्त आ गई है। ना मैसेज बॉक्स काम कर रहा है और ना ही चैटिंग। उनके उपयोग के दोनों जरूरी फीचर उनके खाते से नदारद हैं। ना जाने कितने मेल फेसबुक वालों को चिपका मारे लेकिन वहां तो कोई सुनने वाला है नहीं। परेशान होकर मुझे फोन किया हाल चाल पूछा और पहुंच एक प्वॉइंट की बात पर। यार ये फेसबुक वाले तो भारत सरकार से भी ज्यादा नकारे हैं सुनते ही नहीं है कब से दिक्कात आ रही है फेसबुक में, उन्हें समझ में ही नहीं आ रही है। कितने मेल किए ना कोई जवाब ना कोई कार्यवाही। उनकी परेशानी मुझसे देखी नहीं जाती बेचारे कब से फेसबुक वियोग में तड़प रहें हैं अगर आपके पास कोई सुझाव हो तो जरूर बताएं ……….
और अगर आप भी किसी पीढ़ा में है तो वहीं बता दीजिए,,कम से कम उन्हें एक साथी तो मिलेगा।

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